ब्रह्मचारिणी मंत्र का जप Brahmacharini Devi Mantra Lyrics

ब्रह्मचारिणी देवी नवरात्रि के दूसरे दिन पूजी जाने वाली देवी हैं।   देवी ब्रह्मचारिणी की आराधना से अनंत फल की प्राप्ति एवं तप,त्याग,वैराग्य,सदाचार,संयम जैसे गुणों की वृद्धि होती हैं।जीवन के कठिन संघर्षों में भी व्यक्ति अपने कर्तव्य से विचलित नहीं होता।मॉ ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से उसे सर्वत्र सिद्धि और विजय की प्राप्ति होती हैं।लालसाओं से मुक्ति के लिए माँ ब्रह्मचारिणी का ध्यान लगाना अच्छा होता हैं। 

माँ ब्रह्मचारिणी मंत्र - Brahmacharini Devi Mantra Lyrics 

1)  वन्दे वांछित लाभायचन्द्रार्घकृतशेखराम्।
     जपमालाकमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥
     गौरवर्णा स्वाधिष्ठानस्थिता द्वितीय दुर्गा त्रिनेत्राम।
     धवल परिधाना ब्रह्मरूपा पुष्पालंकार भूषिताम्॥
     परम वंदना पल्लवराधरां कांत कपोला पीन।
     पयोधराम् कमनीया लावणयं स्मेरमुखी निम्ननाभि नितम्बनीम्॥

2) या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
     नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

माँ ब्रह्मचारिणी बीज मंत्र

a)ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं ब्रह्मचारिणीय नमः

b)ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै 
नमः

ब्रह्मचारिणी मंत्र  का जप Brahmacharini Devi Mantra

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